Posts

Showing posts from October, 2020

कहीं बेहतर है तेरी अमीरी 👨🏻‍✈️ से मुफलिसी मेरी,✈️ चंद सिक्कों ✈️ की खातिर तूने क्या नहीं खोया है, 𓁘माना नहीं है मखमल का बिछौना🛌🏻 मेरे पास, पर तू ये बता कितनी रातें चैन से सोया🥱 है..!!

मुस्कुराहटें 🙂 झूठी 😒 भी हुआ_करती हैं 😅 यारों, इंसान 👤 को देखना 😏 नहीं ❌… बस समझना 😊 सीखो..!!

अब दिल 💖 कि महफिल मे ये चर्चा-ए-आम हो 💕 गया उसने नजाकत से झुकाई आखे 🤦🏻‍♀️ और मेरा काम तमाम हो गया🥰..!!